Tuesday, March 3, 2020

क्या चिल्लम चिल्ली के बिना कोई चर्चा नहीं हो सकती न्यूज़ चैनलों पर

भारत के अधिकांश न्यूज़ चैनलों पर बुरा हाल है। चिल्लम चिल्ली ही ज्यादा है। गंभीर विचार विमर्श पूरी तरह गायब हो चुका है। किसी भी चैनल पर आप देखेंगे तो पाएंगे कि उत्तेजना पैदा करने वाले मुद्दों पर ही स्तरहीन बहस होती मिलेगी जिसका कोई कन्क्लूजन होता हुआ दिखाई नहीं देता। राजनीतिक दलों ने भी अब अपने ढंग के प्रवक्ताओं को भेजना बंद कर दिया है। इसकी एज बड़ी वजह यह भी है कि अधिकांश चैनलों पर राजनीतिक दलों और उनकी विचारधारा का ठप्पा लग गया है। 

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